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मंडला MP हेमंत नायक महाराजपुर
#महिलाओं ने निकाली तिरंगा यात्रा: शौर्य और मातृशक्ति का सम्मान
मंडला। हाल ही में सफलतापूर्वक संपन्न हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की शानदार उपलब्धि के उपलक्ष्य में मंडला की महिला समन्वय समिति ने एक भव्य शौर्य सम्मान यात्रा का आयोजन किया। यह यात्रा भारतीय सेना के अदम्य शौर्य और मातृशक्ति की रक्षा के प्रति उनके संकल्प को समर्पित थी।
- यात्रा का शुभारंभ और मार्ग
शाम 5 बजे सरस्वती शिशु मंदिर, लालीपुर से शुरू हुई यह यात्रा शहर के मुख्य मार्गों से गुजरी। बस स्टैंड, चिलमन चौक, बड़ चौराहा, रेडक्रॉस, बैगा बैगी चौक, और नेहरू स्मारक होते हुए, यह यात्रा अंततः पुलिस लाइन स्थित शहीद स्मारक पर जाकर संपन्न हुई। पूरे मार्ग में महिलाओं का उत्साह और राष्ट्रभक्ति देखते ही बन रही थी।
- पुलिस लाइन में शौर्य सम्मान कार्यक्रम
पुलिस लाइन में आयोजित शौर्य सम्मान कार्यक्रम अत्यंत भावुक और प्रेरणादायक रहा। यहां शहीदों को नमन कर दीप प्रज्वलित किए गए। इस अवसर पर देश के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वाले शहीद परिवारों को पुष्पहार, शॉल और श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया गया।
मंच से उर्वशी राय, तनुश्री और हीरानंद चंद्रवंशी ने देशभक्ति से ओतप्रोत भाषणों से जनसमूह को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के माध्यम से पूरे देश को गर्व से भर दिया है। उन्होंने यह भी बताया कि हमारे जांबाज जवानों ने जिस तरह दुश्मन के इरादों को नेस्तनाबूद किया, वह हमारी सैन्य शक्ति और राष्ट्रीय संकल्प का प्रतीक है।
- ऑपरेशन सिंदूर’ और उसका महत्व
वक्ताओं ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि इस ऑपरेशन में पाकिस्तान की धरती पर मौजूद आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया और नौ आतंकवादियों को मौत के घाट उतारा गया। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह कार्रवाई सिर्फ एक जवाबी हमला नहीं, बल्कि उन माताओं-बहनों के आंसुओं का प्रतिशोध है, जिनका सिंदूर पहलगाम जैसी घटनाओं में मिटा दिया गया था।
- वेशभूषा और जनभागीदारी
यात्रा में मातृशक्तियां भारत माता और तीनों सेनाओं की वेशभूषा में शामिल हुईं, जो आकर्षण का केंद्र रहीं। महिलाओं ने विंग कमांडर व्योमिका सिंह, कर्नल सोफिया कुरैशी और ऑपरेशन सिंदूर से संबंधित तख्तियों के साथ देशभक्ति के नारे लगाते हुए जोशपूर्वक भाग लिया। इस आयोजन में बड़ी संख्या में महिला-पुरुषों सहित बच्चों की भागीदारी ने इसे और भी भव्य बना दिया।
यह यात्रा न केवल भारतीय सेना के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का अवसर रही, बल्कि राष्ट्रीय एकजुटता एवं महिला सशक्तिकरण का संदेश देने वाली एक प्रेरणादायक पहल भी सिद्ध हुई।